Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का एक शानदार प्रोजेक्ट है, जो पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है. यह 594 किलोमीटर लंबा छह लेन का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक जाएगा. इसका मकसद यात्रा के समय को कम करना, व्यापार को बढ़ाना और क्षेत्र के विकास को गति देना है. यह एक्सप्रेसवे 12 जिलों से होकर गुजरेगा और कई शहरों को जोड़ेगा. इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.

Ganga Expressway का रूट और शहर
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 12 महत्वपूर्ण जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल हैं.
यह रास्ता कई बड़े शहरों और कस्बों को जोड़ेगा, जैसे मेरठ, हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, अमरोहा, बदायूं, शाहजहांपुर, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली और प्रयागराज. इन शहरों में व्यापार, पर्यटन और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे दिल्ली और बिहार तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी.
लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल
इस एक्सप्रेसवे में कई आधुनिक सुविधाएं होंगी. यह छह लेन का होगा, जिसे भविष्य में आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इसमें 14 बड़े पुल, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 32 फ्लाईओवर और शाहजहांपुर के जलालाबाद में 3.5 किलोमीटर लंबा हवाई पट्टी होगी, जहां भारतीय वायुसेना के विमान आपातकाल में उतर सकेंगे. इसके अलावा, 9 सुविधा केंद्र, मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा और 15 रैंप टोल प्लाजा होंगे. यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज की 12 घंटे की यात्रा को 6-7 घंटे में बदल देगा. यह गंगा नदी के किनारे बन रहा है और बाढ़ नियंत्रण के लिए भी मददगार होगा.
कितनी आएगी लागत
आप लोगों को बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे की कुल लागत लगभग 36,230 करोड़ रुपये है, जिसमें 9,500 करोड़ रुपये जमीन खरीदने में खर्च हुए हैं. यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) द्वारा बनाया जा रहा है. मई 2025 तक 89% मिट्टी का काम और 67% निर्माण पूरा हो चुका है.
यह एक्सप्रेसवे नवंबर 2025 तक बनकर तैयार होगा. इसे बनाने का काम 12 हिस्सों में बांटा गया है, जिसमें अडानी ग्रुप और IRB इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे बड़े ठेकेदार शामिल हैं. अगर आप इस प्रोजेक्ट की और जानकारी चाहते हैं, तो अपने नजदीकी UPEIDA ऑफिस या www.upeida.up.gov.in पर संपर्क करें. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास को नई रफ्तार देगा.